Technical SEO एक SEO का पार्ट है जो वेबसाइट ऑडिट करते समय इस पर फोकस किया जाता है, जब हमें किसी क्लाइंट या खुद की वेबसाइट को SEO उद्देश्य से उसमें कमी या चीज़ों को देखा जाये जाये तो उसे वेबसाइट ऑडिट कहा जाता है तो हमें वेबसाइट ऑडिट करते समय On-Page SEO और Off-Page SEO के साथ technical SEO सबसे जरुरी होता है क्यूंकि यह वेबसाइट की रैंकिंग और ट्रैफिक का सबसे बड़ा फैक्टर है इसमें आपको हर एक पॉइंटर्स का ध्यान रखना होता है जिसकी मदद से आपको अपनी वेबसाइट को पूरी तरह SEO फ्रेंडली बनानी होती है, तो चलिए इस ब्लॉग में हम technical SEO के बारे में पढ़ते हैं जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया हुआ है।
Technical SEO किसे कहा जाता है और यह वेबसाइट के लिए कितना जरुरी होता है?
तो पहले हम technical SEO मीनिंग को समझते हैं, देखिए सबसे पहले तो हम इसके बेसिक पर ध्यान देते हैं की technical SEO कब और क्यों जरुरी माना जाता है? सभी SEO टेक्निक्स में से technical SEO को ज्यादा महत्व दिया जाता है क्यूंकि technical से जुडी चीज़ों को हमें रोज़ चेक करना होता है जैसे होस्टिंग या बैक एन्ड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ताकि इनमे कभी भी वायरस आ सकता है और सभी SEO टेक्निक्स में से टेक्निकल SEO ज्यादा जरुरी होता है।
अगर वेबसाइट के सर्वर या किसी कांटेक्ट फॉर्म के जरिये वेबसाइट पर वायरस आ जाये तो इससे हमारी वेबसाइट की रैंकिंग और ट्रैफिक डाउन हो जायेगा।
जब हमें किसी की वेबसाइट को ऑडिट करना हो तो हमें बाकी SEO टेक्निक्स के अलावा technical पर पहले फोकस करना होता है जैसा की मैंने आपको इसका रीज़न ऊपर दिया है।
अब बात करते हैं technical SEO checklist के बारे में कि हमें technical SEO ऑडिट तो करना है लेकिन उनमें क्या क्या चेक करना होता है तो आप निचे दी गयी लिस्ट के जरिये आप अपनी वेबसाइट के एडवांस technical ऑडिट कर सकते हैं।
Technical SEO Checklist में क्या क्या होता है?
Technical SEO audit checklist के यह सभी पॉइंटर्स होते हैं जो की एक नयी वेबसाइट को और इम्प्रूव करने में मदद करती है।
- HTTPS Protocol/SSL Certificate
- Page Speed
- Robots.txt File
- Sitemap File
- Broken Links
- 404 Error
- 301 Error
- Canonical Tag
- Image Size Issue
- SEO Friendly URLs
- Google Search Console Setup
- Google Analytics Setup
- Optimize Crawl Budget
- Broken Links
- Hreflang Tag
- Content Optimization
- Duplicate Content
- Schema Markup
- Mobile Friendly Website
- Meta Title
- Meta Description
- Image Alt Attributes
- Structured Data Implementation
- URL Structure
- Breadcrumb
- Website Navigation
आप इन 22 पॉइंटर्स को ध्यान में रख हर किसी वेबसाइट को एडवांस इम्पोरवे कर सकते हैं साथ ही आप एक वेबसाइट पर अच्छा ट्रैफिक और कीवर्ड्स की रैंकिंग फर्स्ट पेज पर ला सकते हैं। टेक्निकल SEO में इन पॉइंटर्स के अलावा और भी पॉइंटर्स रहे गए हैं जो की आपको google search console में जा कर पता लगेगा, जो गूगल का वेबमास्टर टूल है जहाँ पर हम अपनी वेबसाइट को इंडेक्स करवाते हैं, यहाँ पर आपको Crawled but not indexed, Soft 404, Discovered – currently not indexed, Alternate page with proper canonical tag आदि। इस वेबम्स्टर के जरिये आपकी वेबसाइट को ट्रैक किया जाता है और गूगल हर एक पॉइंटर पर नज़र डालता है।
Technical SEO के बाद हम SEO के ऑडिट पर नज़र डालते हैं, हर एक पेज का कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन पेज टाइटल, कीवर्ड, इमेज इन सभी साथ।
हर एक वेबसाइट का technical SEO ऑडिट इसी तरह से किया जाता है चाहें वो सर्विस वेबसाइट हो, e-commerce हो, movie और कोई वेबसाइट टूल हो, बस आपको यह ध्यान रखना होता है की आपकी वेबसाइट का उद्देश्य क्या है आपने वेबसाइट किस लिए बनायीं है?
इन पॉइंटर्स को आप technical SEO रैंकिंग फैक्टर्स भी कहे सकते हैं कि जब तक ये factors वेबसाइट पर फिक्स नहीं होंगे तो आपकी वेबसाइट की परेशानी बनी रहेगी।
Crawling और Indexing Technical SEO में
जब आप किसी वेबसाइट पर कोई ब्लॉग या सर्विस पेज पब्लिश करते हैं तो आपको google search console यानि की google webmaster tool पर जा कर उसे इंडेक्स करवाना होता है ताकि वो पेज विसिटर्स तक पहुँच सके। लेकिन पेज को इंडेक्स करने से पहले क्रॉलिंग का नंबर आता है। जब गूगल सर्च इंजन किसी विजिटर के सवाल के आधारित पर उसे पेज दिखाता है तो वहां तक पहुँचने से पहले पेज क्रॉल होता है। अगर वो पेज किसी वजह से क्रॉल या फिर इंडेक्स नहीं होता तो उसका कारण टेक्निकल SEO का एक पार्ट होता है जिसे समय से पहले फिक्स करना होता है ताकि वेबसाइट का ट्रैफिक और कीवर्ड रैंकिंग डाउन न हो जाये।
FAQs
Q1. क्या Technical SEO से वेबसाइट पर इम्पैक्ट होता है?
Technical SEO से अपनी वेबसाइट पर काफी बड़ा इम्पैक्ट पड़ता है, यही एक इम्पोर्टेन्ट रास्ता होता है जो की हमारी वेबसाइट का बाउंस रेट इनक्रीस नहीं होता है। जितना ज्यादा आप टेक्नीकल SEO को ऑप्टिमाइज़ करके रखोगे उतना आपकी वेबसाइट के लिए काफी बेनिफिट होता है।
Q2. Technical SEO की Checklist में कितने पॉइंटर्स होते हैं?
Ans. ये सभी ऑडिट पॉइंटर्स कॉमन पॉइंटर्स हैं जो की हर तरह की वेबसाइट के लिए देखना ही होता है। यहाँ तक अगर इनके अलावा अगर आपको वेबसाइट पर और भी टेक्नीकल से सम्बंधित एरर दिखता है तो उसे भी फिक्स कीजिये।
Q3. Technical SEO के क्या क्या Factors हैं?
Ans. ये सभी टेक्निकल SEO के फैक्टर्स हैं 2024 में।
- HTTPS Protocol/SSL Certificate
- Website Page Speed
- Hreflang Tag
- URL Structure
- Image Alt Attributes
- Duplicate Content
- Content Optimization
- Schema Markup
- Canonical Tag
- Hreflang Tag
- GSC Errors
Q4. क्या क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग भी Technical SEO में आता है?
Ans. हाँ जी! क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग भी टेक्नीकल का एक हिस्सा है जो सबसे पहले आता है, इंडेक्सिंग हमारे वेबसाइट पेजेज के बारे में बताता है की हमारी वेबसाइट गूगल सर्च इंजन पर क्रॉल हो कर इंडेक्स्ड है या नहीं।
Q5. हमें Technical SEO को ऑप्टिमाइज़ क्यों करना चाहिए?
Ans. टेक्निकल SEO को ऑप्टिमाइज़ करने का कारण है है कि इससे आपकी वेबसाइट की पेज स्पीड, कीवर्ड्स रैंकिंग, ट्रैफिक आदि इम्प्रूव होंगी और साथ में वेबसाइट की सिक्योरिटी, क्रॉलबिलिटी और इंडेक्सिंग फिक्स होगी।